पिछले दिनों अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह (DR MANMOHAN SINGH) ने जीडीपी गिरावट पर मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए थे। जिसके बाद सरकार ने उनके बयान पर पलटवार करते हुए उनका दावा ही ख़ारिज कर दिया था। अब एक बार फिर डॉ. मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार द्वारा सरकारी संस्थानों को अपनी मर्जी से चलाने पर सरकार को नसीहत दी है।

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दरअसल जयपुर की एक यूनिवर्सिटी में शिरकत करने पहुंचे डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि हमें संसद और इसकी प्रणाली पर विश्वास करना होगा। संघीय ढांचे को मानना और सुप्रीम कोर्ट, चुनाव आयोग, सीबीआई और अन्य संस्थानों को संविधान के अनुसार स्वतंत्र रूप से कार्य करना चाहिए।

मनमोहन सिंह का ये बयान उस वक़्त आया है जब उनके साथी और देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम सीबीआई और ईडी की गिरफ्त में है। इसके अलावा मोदी सरकार पर सरकारी संस्थानों को अपनी मनमानी से चलाने के आरोप लगते रहें है।

चाहे वो सीबीआई निदेशक अलोक वर्मा और राकेश अस्थाना का मामला हो या फिर सुप्रीम कोर्ट के जजों का ये कहना है कि कोर्ट में कामकाज में हस्तक्षेप किया जा रहा है जिससे लोकतंत्र खतरें में है। ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले है जिसे देख यही कहा जा सकता है कि सरकारी एजेंसी सरकार के इशारों पर काम करती है।

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बता दें कि पिछले सप्ताह पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने अर्थव्यवस्था पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा था कि आज अर्थव्यवस्था की हालत बहुत चिंताजनक है। पिछली तिमाही में विकास दर 5 फीसदी यह बताता है कि अर्थव्यवस्था में स्लोडाउन चल रहा है।

भारत में बहुत तेज गति से बढ़ने की क्षमता है लेकिन मोदी सरकार के कुप्रबंधन का ही यह मंदी का परिणाम है। उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे ब्लंडर की वजह से हमारी इकॉनमी को जो नुकसान हुआ है, उससे हम अभी उबर नहीं पाए हैं।

 

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