देश में ये कैसी सरकार है जो नारा तो सबका साथ-सबका विकास का देती है लेकिन जहाँ नहीं जीतती है वहाँ द्रेशद्रोही और आतंकवादियों का गढ़ बता देती है।
अररिया उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी को जीत नहीं मिली तो मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने अररिया को आतंकवादियों और जिहादियों का गढ़ बता दिया।
हालांकि इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए तमाम विपक्षी नेताओं ने आलोचना की। लेकिन सुशासन बाबू नीतीश कुमार के मुंह से कुछ नहीं निकला। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर सवाल उठाते हुए दो ट्वीट किए।
तेजस्वी ने लिखा कि, अगर नीतीश कुमार गांधी जी के विचारों को मानते है तो गिरीराज सिंह की मोदी मंत्रिमंडल से बर्खास्ती की माँग करें।
अगर गोडसे समर्थक है तो इस मामले पर चुप्पी साधे रहेंगे। हमारा अनुभव है आप देख लेना, नीतीश कुमार इस मुद्दे पर चुप रहकर अपना गोडसे समर्थक होने का प्रमाण प्रस्तुत करेंगे।
दूसरे ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा कि, गिरिराज सिंह जैसे नेताओं के बयानों पर गोडसे समर्थक नीतीश कुमार घुटन नहीं खुलापन महसूस कर मिठाई बँटवाते है। इसलिए तो तेजस्वी से नफ़रत थी क्योंकि गिरिराज से पुराना प्यार जो था।
आपको बता दें कि, नीतीश कुमार ने महागठबंधन बनाकर सरकार बना ली। उसके बाद जिसको हराया उसी पार्टी के साथ शामिल हो गए।