जब पूरा देश कठुआ रेप केस पर निंदा कर रहा था तब प्रधानमंत्री मोदी ‘उपवास’ पर बैठ गए – उसकी वजह थी विपक्ष का संसद नहीं चलने देना। जब मीडिया ने पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल खड़े किये तब जाकर मोदी ने बिना नाम लिए घटना की निंदा की। आखिर क्या वजह रही की बच्चों के प्रति लगाव रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने नाम लेकर घटना की निंदा नहीं की।
मगर आज जब PM मोदी स्वीडन के स्टॉकहोम पहुंचे तो उन्हें वहां कुछ भारतीय मूल के बच्चों से मिलवा गया। जब वो बच्चों से मिल रहे थे उस वक़्त स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन भी उनके साथ मौजूद थे। स्टॉकहोम में प्रधानमंत्री मोदी जब बच्चों से मिल रहे थे, उस वक़्त ऐसा लगा ही नहीं कि उन्होंने आठ साल की बच्ची के बलात्कार पर एक लम्बी चुप्पी साध रखी थी।
जिस तरह से विदेश में भारतीय मूल के बच्चों से मिले काश उसी तरह बच्ची के माँ बाप से मिले होते। उन्हें भरोसा दिलाया होता की सरकार आपके साथ पूरे समर्थन में है। सुप्रीम कोर्ट से पहले प्रधानमंत्री को आसिफा के माता पिता को सुरक्षा देने की पहल करते क्योकिं इससे भी उनका अपना वोटबैंक गड़बड़ हो जाता।
मगर उनके अपने नेता बलात्कारियों के समर्थन में खड़े थे। जब हंगामा हुआ तो पार्टी छोड़ दी और कहा कि हम अपनी मर्जी बलात्कारियों के समर्थन में नहीं गए हमें पार्टी ने भेजा था। क्या प्रधानमंत्री ने ऐसे लोगों के खिलाफ कुछ भी बोला ?