भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में बीते दिनों सामने आए धर्मांतरण के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया है। खबर के मुताबिक, अपने पति पर जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाने वाली महिला ने अपने बयान से पलटी मार ली है।
महिला का दावा है कि उन्होंने ये कदम कुछ भाजपा नेताओं के दबाव में आकर उठाया था। इसकी एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आई है।
वीडियो में महिला कह रही है कि शनिवार की रात हमारे यहां लड़ाई हो रही थी। हमारे घर पर एक सिपाही आया था जो हमें समझाने लगा। मेरे पति और सिपाही दोनों ने ही शराब पी रखी थी। इस दौरान उन दोनों के बीच थोड़ी हाथापाई हो गई।
जिसके चलते सिपाही मोहल्ले के भाजपा नेताओं को इकट्ठा करके ले आया। इस दौरान भाजपा नेताओं ने मुझे जबरदस्ती डरा धमका कर मेरे पति पर धर्मातरण का आरोप लगाने को कहा। डर की वजह से मैंने अपनी पति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई।
मैंने उनसे कई बार कहा कि मेरा कोई धर्मांतरण नहीं करवाया गया है। मैंने पुलिस से भी कहा कि मुझे अपने पति से कोई शिकायत नहीं है।
महिला ने बताया कि उसके पति मुस्लिम है और उन्होंने 2017 में शादी की थी। मुझे यह पहले से ही पता था कि वो मुस्लिम है हम दोनों ने प्रेम विवाह किया था। मेरे पति ने मुझ पर कभी भी धर्मांतरण का दबाव नहीं बनाया।
महिला द्वारा दिया गया बयान के बाद अब भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाने की तैयारी शुरू की जा चुकी है।
इस मामले में थाना प्रभारी ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि महिला का नाम सपना राजपूत है।
जिसका कहना है कि वह भाजपा नेताओं के कहने पर पुलिस के पास आई थी। भाजपा नेताओं ने महिला को यह कह कर डराया था कि तुम्हारा पति मुसलमान है इसे भगाओ नहीं, तो तुम्हें फंसा देंगे।
महिला के बयान के बाद अब भाजपा नेता पंकज तिवारी, संजय मिश्रा और अर्चना समेत अन्य पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।