महिला दिवस के मौके पर जहां देश के हर हिस्सों में महिलाओं के योगदान को याद किया जा रहा है। वही देश की संसद में महिलाओं की हिस्सेदारी को लेकर विपक्ष सवाल उठा रहा है।

संसद भवन के बाहर कांग्रेस की महिला सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की बात करते है। मगर संसद में महिला बिल पास करके उनके लिए जगह नहीं बना सकते है।

कांग्रेस की सुष्मिता देव ने महिला दिवस के मौके पर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करते हुए पीएम मोदी पर जमकर हमला बोला।

सुष्मिता देव प्रधानमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी जी सुनते नहीं है। उन्हें चाहिए की वो महिला आरक्षण बिल लाये और बेटियों को संसद में लाने की हिम्मत करनी चाहिए मोदी जी को।

गौरतलब है कि संसद में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण का बिल 2010 में पास करा लिया गया था लेकिन लोकसभा में समाजवादी पार्टी, बीएसपी और राष्ट्रीय जनता दल जैसी पार्टियों के भारी विरोध की वजह से ये बिल पास नहीं हो सका।

अब कांग्रेस मोदी सरकार पर लगातार दबाव बना रही है की वो इस बिल को आसानी से पास कर सकती है क्योकिं उसके पास लोकसभा में पूर्ण बहुमत वाली सरकार है।

कांग्रेस की तरफ से राहुल गाँधी ने अदिक्यक्ष बनते ही ये घोषणा कर दी थी वो सरकार में आते ही महिला बिल को पास करेंगें। तब से लेकर अब तक कांग्रेस महिला बिल का मामला लगातार उठा रही है।

क्योकिं महिलाओं की संसद में हिस्सेदारी सिर्फ 11 प्रतिशत ही है. वैसे तो सरकार के बड़े बड़े दावे पेश करेगी मगर उसकी ज़मीनी हकीक़त बिलकुल खोखली है क्योकिं वो महिला आरक्षण पर बीजेपी सिर्फ दिलासा दे सकती मगर वो अभी इस बिल पर कुछ नहीं करेगी।

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