प्रधानमंत्री को 49 हस्तियों ने लिंचिंग पर चिट्टी लिख अपनी चिंता व्यक्त की थी। अब ऐसे में मोदी सरकार समर्थक लोगों ने काउंटर चिट्टी लिख दी। प्रधानमंत्री को पत्र को लिखने वालों में अभिनेत्री कंगना रानौत, फिल्मकार मधुर भंडारकर, गीतकार प्रसुन जोशी जैसे दिग्गजों के नाम शामिल है। वहीं इस पत्र पर स्वराज इंडिया पार्टी के नेता और सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने प्रतिकिर्या दी है।

योगेन्द्र ने सोशल मीडिया पर लिखा- एक बात माननी पड़ेगी। प्रधान मंत्री को लिखी इन दो चिठ्ठियों से एक अंतर साफ हो गया। कलाकार: जो सत्ता को सच का आइना दिखाते हैं। चारण: जो सत्ता के गीत गाते हैं, दिन को रात बताते हैं। इतिहास गवाह है कि सत्ता का सूरज ढलने के बाद इन दरबारियों की क्या गत होगी।

गौरतलब हो कि प्रधानमंत्री मोदी के समर्थन में लिखे गए पत्र में गया है कि 49 हस्तियों ने जो पत्र प्रधानमंत्री मोदी को लिखा है उससे सरकार की छवि को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।

शिकायत मोदी से नहीं तो क्या पाक PM से की जाएगी, लिंचिंग पर पत्र लिखने वालों को बुरा क्यों कहा जा रहा हैः साक्षी जोशी

फिल्म मेकर मधुर भंडारकर, विवेक अग्निहोत्री, फिल्ममेकर अशोक पंडित, प्रसिद्ध नृत्यकार मालिनी अवस्थी सहित कई दिग्गजों ने प्रधानमंत्री मोदी को लिंचिंग पर चिट्टी लिखने वालों से सवाल किया। जिसमें कहा गया कि जब नक्सल, माओवादी गरीब आदिवासियों की हत्या करते हैं, उन्हें निशाना बनाते है तो इन लोगों की आवाज क्यों नहीं निकलती।

बता दें कि मोदी सरकार-2 में भी भीड़ हत्या और दलित मुस्लिमों पर होने वाले अपराधों पर फिल्म निर्देशक अदूर गोपालकृष्णन और अनुराग कश्यप और अपर्णा सेन समेत 49 हस्तियों ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी है।

इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री मोदी को नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो का हवाला देते हुए बताया की सिर्फ साल 2016 में 840 मामले दर्ज हुए जो सिर्फ दलितों के मामले में दर्ज हुए है। ऐसी घटनाओं पर सिर्फ निंदा करने से काम नहीं चलेगा।

13 COMMENTS

  1. जो कलाकार मोदी जी के समर्थन में आये ये देखा जाए तो अपने आप मे ही एक कलाकारी है । क्यों कि जो कलाकार मोदी जी को खत लिखकर अपना मत या तकरार प्रदर्शित कर ये एक अपनी शिकायत की ये एक संविधान के दायरे में है । देखा जाए तो वे देश के हालात कीशिकायत करे तो करे किसे ? प्रधानमंत्री से करने के अलावा उनके पास चारा नही था । और उनके इस शिकायत पर बाकी कलाकार सरकार के समर्थन में प्रधानमंत्री को खत लिखे इसे कलाकरीं नही तो क्या कहा जाए …? क्यों कि फिर उन्होंने ये शिकायत आने से पहले क्यों नही लिखा …?

  2. बेशक चारण सत्ता के हमेशा से ही चाटुकार रहें है और इन्हीं हां में हां मिलाने वालो के कारण बड़ी बड़ी हुकूमते ढह गईं ,असली बुद्धिजीवी ही वही है जो सत्ता को हमेशा सच का आईना दिखाता रहे ताकि सरकार अपनी गलती महसूस कर उसे दूर कर सके

  3. दोस्तो , मेरे विचार से अगर ये 62 विभूतियां , श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के पक्ष में लिखने , कहने या पत्र लिखने से , कोई उन्हें मोदी या सत्ता का * चाटुकार * का प्रमाण पत्र देवें , तो उन 49 महानुभावों को जो मोब्लिंचिंग घटना को एक वर्ग के ऊपर आरोप लगाते हुवे सरकार के विरुद्ध लिखते – प्रचार करते हैं तो उन्हें ** देश द्रोही ** कहने में कोई दोष ना होगा।
    विजया नन्द मिश्र , वाराणसी

  4. 49 लोगों द्वारा लिखी गई चिट्ठी में मुस्लिम-दलित की जगह मुस्लिम-हिन्दू का जिक्र किया गया होता तो शायद इतना बवाल ना होता, कभी बंगाल में हो रही लिंचीग के खिलाफ ममता को लिखा होता तो शायद इतना बवाल ना होता, कभी कश्मीर में सेना पर हो रही पत्थर बाजी पर कुछ लिखा होता तो शायद इतना बवाल ना होता लेकिन घटनाओं को राजनीति का जामा पहनाया जायेगा तो हर जगह बवाल होगा, और हां योगेन्द्र यादव जी मैं नहीं जानता आप की क्या जगह है समाज में, लेकिन मोदी जी ने गुजरात में 15 साल शासन किया है और गुजरात में किसी भी तरह की कोई शिकायत नहीं है, हर व्यक्ति अपने अपने काम में व्यस्त है वो जो कर रहे हैं देश के लिए कर रहे हैं 15 साल पूरे होने दीजिए, हिन्दुस्तान में सुशासन आ जायेगा, आदमी अभी बेरोजगार ज्यादा है और बेरोजगार आदमी दुसरों की कमियों को ढूंढने में लगा रहता है। जिस दिन आदमी अपनी कमियों को दुरुस्त करने में लग जायेगा वो खुशहाल जीवन जीने लग जायेगा….

  5. Our honorable Prime minister Modi will not accept such intolerance in our country. The letter of intolerance addressed to him is just.
    People who follow such path must legally sued appropriately so that it becomes deterrent to others.
    Everyone as right to live of his own will without arming any one. No one can transgress it.
    This comes under human rights..
    I am sure our PM will definitely act on this and do justice.

  6. Yogendra g pahle apni gati dekh lo zoom karke.
    Un 49 me aal most baampanthi hai, ek doctor hai jo crpf ke Jawan ko blast me injured ke samay first aid dene se Mana Kar deta hai.un logo ki Tum jaise bakalat KARTE ho.tum bhi 49 me samil ho jaao.haramkhore.lootian gang.urban naxali.

  7. क्या देश में मोब लॉन्चिंग के कारण हालात बेकाबू हो गए हैं? यदि हां, तो क्या इन 49 बुद्धिजीवियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के पहले एक बार भी प्रधानमंत्री से व्यक्तिगत रूप से मिल कर मामले पर चर्चा कर सार्थक प्रयास की अपील क्यों नहीं की? क्या पीएम इनसे मिलने से मना करते?

  8. योगेंद्र यादव एक दम सही है इन 49 चाटुकार लोगो और स्वयम योगेंद्र यादव चाटुकारिता कि पराकाष्ठा है वह भी एक समय तक कांग्रेस के पक्ष मै चरणागत दंडवत रहे है ।

  9. AApiye papiye always goes against Bharat , they can’t see justice , always try to speak against country interests, they closed their eyes against good things of BJP , 49 filmi gandus gaddar they always support , Aapiye papiye are only corrupt people , see BJP and people who supports BJP are on right ways and they does only patriotism, not like u bad people who supports Pakistan kashmir and anti social elements

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