सीबीआई बनाम सीबीआई में अब एक और नया मोड़ आया है। सीबीआई स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ सीबीआई अधिकारी बस्सी ने मोईन कुरैशी मामले में सुप्रीम कोर्ट पहुँच चुके हैं। बस्सी उन अधिकारियों में शामिल है जिनका रातों-रात ट्रान्सफर हुआ। इसी मामले में मोदी सरकार के फैसले को चुनौती देते हुए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
सीबीआई अधिकारी ने अपनी याचिका में कहा है कि वो राकेश अस्थाना को दोषी ठहराने वाले थे इसके लिए उनके पास रिश्वत लेने के काफी सुबूत है।
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बस्सी ने कोर्ट से कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट टेक्निकल सर्विलांस के जरिए सबूत मांगती है तो वह उन्हें दे सकते हैं। बस्सी ने अस्थाना पर लगे आरोपों की जांच करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन करने की भी मांग की।
AK Bassi says he has incriminating evidence against #RakeshAsthana in bribery case and asks Supreme Court to call for evidence of technical surveillance. Bassi also seeks setting up a Special Investigating Team (SIT) to investigate charges against Asthana. #CBI https://t.co/M1glPWvhE4
— ANI (@ANI) October 30, 2018
गौरतलब हो कि दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में रिश्वतखोरी के एक मामले में बिचौलिये मनोज प्रसाद की याचिका पर सीबीआई से जवाब तलब किया। आरोपी ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द करने की मांग की है। रिश्वतखोरी के इस मामले में सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना का भी नाम है।
न्यायमूर्ति नजमी वजीरी ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वह 31 अक्टूबर को या इससे पहले प्रसाद की याचिका पर जवाब दाखिल करे। अदालत ने मामले की सुनवाई 1 नवंबर तय की है।
कोई भी क्या कर सकता है जब चौकीदार ही चोर है।