बीजेपी नेता एवं केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर महिला पत्रकारों ने यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। महिला पत्रकारों का आरोप है कि एमजे अकबर जॉब इंटरव्यू के नाम पर युवा महिलाओं को होटल में बुलाकर उनके साथ आपत्तिजनक हरकतें किया करते थे।
एमजे अकबर पर यह आरोप प्रिया रमानी और शुमा राहा नाम की महिला पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर शुरु किए गए ‘मी टू कैंपेन’ के तहत लगाए हैं।
प्रिया रमानी ने ट्वीट कर कहा है कि वह भी उनकी (एमजे अकबर) ग़लत हरकत की शिकार हुई। उसके साथ मुंबई के एक होटल में आपत्तिजनक हरकत की गई।
MJ अकबर पर चुप्पी साधने वालीं ‘सुषमा’ अगर विपक्ष में होतीं तो अबतक फांसी की मांग कर देती
वहीं शुमा राहा ट्वीट में कहा, उसके साथ 1995 में ताज बंगाल होटल, कोलकाता में एमजे अकबर ने ग़लत हरकती की। उनकी ग़लत हरकत के विरोध में उसने नौकरी करने से इंकार कर दिया। प्रिया रमानी और शुमा राहा के इन ट्वीट्स के बाद कई अन्य महिला पत्रकारों ने भी बीजेपी नेता पर लगाए गए इन आरोपों का समर्थन किया है।
यौन उत्पीड़न के इन आरोपों के बाद समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने एमजे अकबर के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग की है। वहीं ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
यौन उत्पीडन के आरोपी नेताओं, अभिनेताओं और लेखकों में एक बात कॉमन है- ‘सभी मोदीभक्त हैं’
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “अपराधी एमजे अकबर तुमपर लानत हो, तुम वही हो न जिसने ट्रिपल तलाक़ बिल के दौरान संसद में खड़े होकर मुस्लिम महिला सशक्तिकरण और उनके शोषण को रोकने की बात की थी। प्रधानमंत्री अगर आप सच में ‘बेटी बचाओ’ पर यक़ीन रखते हैं तो अपने इस मंत्री को पद से बर्खास्त करें”।
Horrible this bloody perpetrator @mjakbar shame on you and you stood in parliament during T Talaaq Bill & spoke about Muslim women empowerment & to stop their exploitation, @PMOIndia sack this Minister of yours if you truly believe in Beti Bachao https://t.co/nTiRI7YIzk
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 10, 2018
बता दें कि एमजे अकबर कई अखबार और पत्रिकाओं में संपादक रह चुके हैं। साल 2017 में एक महिला पत्रकार ने बताया था कि उसके बॉस ने उसे होटल के कमरे में जॉब इंटरव्यू के लिए बुलाया था।
हार्वे विन्सिटन ऑफ द वर्ल्ड नाम से लिखे पोस्ट में कहा गया है कि अकबर ने होटल के एक कमरे में उनका इंटरव्यू लिया था। साथ ही उन्होंने शराब भी ऑफर की।
अगर मोदी चाहते तो गुजरात के दंगे रोके जा सकते थे, सरकार ने सेना को नहीं मुहैया कराई गाड़ीः पूर्व लेफ़्टिनेंट जनरल
अकबर ने महिला पत्रकार को बिस्तर पर उनके पास बैठने को भी कहा था। महिला का कहना है कि वह अश्लील फोन कॉल्स, मैसेज और असहज टिप्पणी करने में माहिर हैं।