बीजेपी के पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सगी भतीजी करुणा शुक्ला छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ़ ताल ठोकेंगी। कांग्रेस ने उन्हें मुख्यमंत्री रमन सिंह के ख़िलाफ़ राजनंदगांव से अपना उम्मीदवार बनाया है।
कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार बनाए जाने के बाद करुणा शुक्ला ने एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि रमन सिंह की सरकार पिछले 15 सालों से है और मुख्यमंत्री पिछले 10 सालों से राजनंदगांव के विधायक हैं लेकिन उन्होंने वहां के लोगों के लिए कुछ किया नहीं है। इसलिए, कांग्रेस अध्यक्ष ने मुझे राजनंदगांव के लोगों के लिए लड़ने के लिए भेजा है।
करुणा शुक्ला ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी ने बीजेपी को खड़ा किया लेकिन पार्टी ने अपनी विचारधाराओं और संस्कृति को खो दिया है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए मैंने 32 सालों तक पार्टी से जुड़े रहने के बाद उसे छोड़ दिया।
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मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ करुणा शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाने के साथ ही कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के पहले चरण की सभी 18 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। इससे पहले पार्टी ने 12 उम्मीदवारों का ऐलान किया था।
इसके अलावा बाकी बची 72 सीटों पर नाम तय करने के लिए कल कांग्रेस केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है। छत्तीसगढ़ में दो चरण में वोट डाले जाएंगे। नक्सल प्रभावित इलाकों में 12 नवंबर को पहले चरण का मतदान होगा।
वहीं दूसरे चरण में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। चुनाव के नतीजे मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम के साथ 11 दिसंबर को आएंगे।
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इससे पहले करुणा शुक्ला 14वीं लोकसभा में जांजगीर सीट से चुनाव जीती थीं। हालांकि, अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद भाजपा ने शुक्ला को अलग-थलग कर दिया।
इसके बाद करुणा शुक्ला कांग्रेस में चली गईं। करुणा शुक्ला के चुनावी मैदान में आने से छत्तीसगढ़ का चुनावी मुकाबला दिलचस्प हो गया है।