मोदी सरकार सरप्राइज देने के लिए कुख्यात हो चुकी है। कभी नोटबंदी का सरप्राइज, तो कभी त्योहार से पहले महंगाई का सरप्राज। नवंबर 2016 में शादी सीजन के वक्त पीएम मोदी ने नोटबंदी कर दी थी। इस साल नवंबर में दिवाली से पहले रसोई गैस महंगा हो गया है।

हालांकि सीधे तौर पर सरकार रसोई गैस का दाम कंट्रोल नहीं करती। क्योंकि एलपीजी सिलिंडर के दाम वैश्विक कीमतों में वृद्धि और विदेशी मुद्रा विनिमय के अनुरूप तय होते हैं। लेकिन सरकार चाहे तो जनता को महंगाई से बचाने के लिए माल एवं सेवाकर कम कर सकती है।

पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता के लिए पेश है रसोई गैस सिलेंडर की नई रेट लिस्ट-

गैर सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत- 880 रुपये प्रति सिलेंडर
सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत- 433.66 रुपये प्रति सिलेंडर

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बिना सब्सिडी वाले सिलेंडरों की कीमत में 60 रुपये की वृद्धि की गई। वहीं सब्सिडी सिलेंडरों की कीमत में 2.94 रुपये की वृद्धि की गई। जून से नवंबर तक सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर के दाम छः बार बढ़ चुके हैं। इन पांच महिनों में कुल 14.13 रुपये की वृद्धि हुई है।

एलपीजी सिलिंडरों के दाम बढ़ने से विपक्ष को मोदी सरकार पर निशाना साधने का मौका मिल गया है। बीजेपी भी जब विपक्ष में थी तो यही करती थी। हालांकि मोदी सरकार में स्थिति ज्यादा गंभीर है।

कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार को चंद महिनों का मेहमान बताते हुए लिखा है ”दिवाली के त्यौहार पर मोदी सरकार ने आम जनता का निकाला दीवाला! सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 2.94 बढ़ौतरी!

सरदार की मूर्ति दिखाकर मोदी ने देश से वसूल किया टैक्स, गैस सिलेंडर का दाम 2.94 रुपये बढ़ाया

गैर सब्सिडी वाला सिलेंडर हुआ 60 महँगा! महँगाई की मार से, आम जनता का जीना दुश्वार। चंद महीनों की मेहमान है ये मोदी सरकार!”

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