भारतीय चुनाव आयोग ने 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीख़ को लेकर होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस को दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया है। पहले यह प्रेस कॉन्फ्रेंस 12.30 बजे होनी थी।

चुनाव आयोग के इस फैसले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजस्थान के अजमेर में होने जा रही रैली से जोड़कर देखा जा रहा है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट के जरिए कहा कि दोपहर 1 बजे राजस्थान के अजमेर में होने जा रही पीएम नरेंद्र मोदी की रैली के चलते चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों के ऐलान के समय को आगे बढ़ाया है। चुनाव आयोग मोदी सरकार के दबाव में काम कर रहा है।

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सूरजेवाला ने अपने ट्वीट में लिखा, “3 तथ्य जानकर आप ख़ुद ही निष्कर्ष निकालें। 1. भारतीय चुनाव आयोग ने आज दोपहर 12.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की घोषणा की जिसमें 5 राज्यों में होने जा रहे चुनाव की तारीख बताई जानी है। 2. प्रधानमंत्री मोदी आज 1 बजे राजस्थान के अजमेर में एक रैली को संबोधित करने जा रहे हैं। 3. भारतीय चुनाव आयोग अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय को बदलकर 3 बजे कर देता है। क्या यह चुनाव आयोग की आजादी है”?

बता दें कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मध्यप्रदेश और मिज़ोरम में विधानसभा के लिए चुनाव होने हैं। चुनाव आयोग को आज इन चुनावों की तारीख़ का ऐलान करना है।

चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही आचार संहिता लागू हो जाएगी यानि इसके बाद किसी सरकारी योजना या स्कीम का ऐलान नहीं किया जा सकता।

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वहीं, चुनाव की तारीखों की घोषणा में देरी का सीधा फायदा बीजेपी को मिलता नज़र आ रहा है। मोदी की अजमेर रैली में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने घोषणा की है कि अब राजस्थान में किसानों को मुफ्त बिजली दी जाएगी।

ऐसे में यह माना जा रहा है कि अगर चुनाव आयोग 12:30 बजे तारीखों का ऐलान कर देता तो यह घोषणा आचार संहिता के चलते नहीं हो पाती।

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