यूपी के किसानों ने अलग-अलग मांगों को लेकर विरोध का अनोखा तरीका निकाला है। जिसमें वो कभी अधिकारियों के पास लेट लेटकर जा रहे तो कभी कुर्ता उतारकर कलेक्ट्रेट पहुँच जा रहें है।

यही हुआ है उत्तर प्रदेश के झाँसी में जहां किसान सिर्फ अपनी अंडरवियर पहनकर डीएम की चौखट पर पहुँच गया।

दरअसल पिछले कई दिनों से झाँसी के गांधी स्मारक पर अलग अलग मांगों के लेकर किसान धरने पर बैठे हुए है।

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जहां से वो डीएम ऑफिस कभी लेटकर जा रहें है तो कभी कुर्ता उतारकर अधिकारियों का घेराव कर रहें है।

लेटलेट कर जाने पर किसानों का कहना था कि जब देवता नाराज हो जाते हैं तो उन्हें मनाने के लिए लेटलेट लोग मंदिर जाते है उसी तरह हमने भी वोट देकर गलती की है।

ये अधिकारी हम किसानों से नाराज हो गए है इनको मनाने के लिए ही हम इस तरह से डीएम ऑफिस तक गए, मगर डीएम ने किसानों की एक न सुनी।

आज फिर वही हुआ जब डीएम की चौखट पर एक किसान रोता हुआ पहुंचा तो उसके शरीर पर सिर्फ अंडरवियर थी, मगर डीएम ने परेशान हाल किसान की एक न सुनी।

क्या देश के सारे किसान अपना सरनेम बदलकर अंबानी और अडानी कर लेंगे तभी कर्जमाफी मिलेगी?

गौरतलब हो कि धरने पर बैठे किसानों की जमीन का सरकार ने बांध बनाने के लिए अधिग्रहण कर लिया था। जिसके मुआवजे की मांग किसान काफी लंबे समय से करते आ रहे हैं।

वहीं कुछ किसान कर्जमाफ़ी को लेकर परेशानी का सामना कर रहे है मगर उनकी सुनने वाला कोई नहीं क्योंकि लोकसभा चुनाव में अभी वक़्त है और विधानसभा चुनाव हो चुके है।

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