यौन शोषण के आरोप लगने बाद इस्तीफा दे चुके मोदी सरकार के पूर्व विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर की मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं.
एक नवंबर को अमेरिकी प्रतिष्ठित मीडिया वेबसाइट ‘वॉशिंगटन पोस्ट’ ने एक लेख प्रकाशित किया है. इस लेख के प्रकाशित होते ही भारत में एक बार फिर तहलका मच गया है. इस बार एम जे अकबर पर आरोप छेड़छाड का नहीं बलात्कार का लगा है.
दरअसल अमेरिकी वेबसाइट पर ‘ये है मेरी कहानी’ नाम के शीर्षक के साथ छपे इस लेख में एक और महिला पत्रकार ने एम जे अकबर पर बेहद ही गंभीर आरोप लगाएं हैं.
महिला पत्रकार का नाम पल्लवी गोगोई है. लेख में उन्होंने अपने साथ 23 साल पहले हुए हर उस मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न का जिक्र किया है जिससे वह होकर गुजरी.
अपने अनुभवों को लेख में साझा करते हुए उन्होंने लिखा है कि ‘जो इस लेख के माध्यम से साझा करने जा रहीं हैं वह उनके जीवन के सबसे दर्दनाक यादें हैं.
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अपने साथ हुई इस बलात्कार की घटना का जिक्र करते हुए पल्लवी गोगोई लिखती हैं कि ‘ये घटना 23 साल पहले की है. तब वह एशियन एज अखबार में कार्यरत थी. एम जे अकबर उस समय इस अखबार के एडिटर थे.
गोगोई लिखती हैं कि उन्हें इस अखबार में ओप-एड पेज का एडिटर बना दिया गया था. जिसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ी.
वह लिखती हैं कि ‘एशियन एज में काम करते वक्त ऐसे कई मौके आए जिसमें एम जे अकबर ने मेरे साथ छेड़छाड की. मैं अपने साथ हो रही छेड़छाड का विरोध वह लगातार करती रही. लेकिन इसी बीच जयपुर के एक होटल में अकबर ने ज्यादती की, हैवानियत की हद पार करते हुए उन्होंने पहले मेरे कपड़े फाड़ दिए फिर बलात्कार किया.
इसके बाद भी कई महीनों तक मेरे साथ ये सब होता रहा और मैं डर और शर्म के साथ ये सब सहने को मजबूर रही. पल्लवी लिखती हैं कि इन घटनाओं ने उन्हें जीवन की सबसे दर्दनाक यादें दी.
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पिछले महीने ही एम जे अकबर अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों के कारण अपने पद से इस्तीफा दे चुके हैं. एम जे अकबर पर करीब से 20 महिलाएं यौन शोषण के आरोप लगा चुकी हैं. इसमें एक विदेशी महिला पत्रकार भी शामिल है.
भारत में ‘मी टू’ मुहिम के तहत अब तक कई बड़े खुलासे हो चुके हैं. जिसमें कई बड़े पदों पर बैठ़ व्यक्तियों के खिलाफ कर्रवाई भी की गई है. लेकिन अभी भी महिलाओं का एक बड़ा वर्ग अपने साथ हुए यौन शोषण पर चुप्पी साधे हुए है.
संभव है कि आने वाले दिनों में सभी पीड़ितों को हिम्मत आए और यौन अपराधों के खिलाफ बड़ी बहस हो .