बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के सबरीमाला मंदिर के मामले दिए गए भाषण पर काफी आलोचना हो रही है। जिसमें उन्होंने कहा कि केरल के कन्नूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि बीजेपी अयप्पा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी है।
उन्होंने विजयन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, लेफ्ट की सरकार ताकत के दम पर प्रदर्शनकारियों को चुप कराना चाहती है।
इस मामले पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने शाह के बयान पर उन्हें खरी खरी सुनाई है। शाह के बयान पर कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिए केंद्र की सत्ता में बैठे पार्टी अध्यक्ष ने जो कहा है उसे देख यही लगता है की लोकतंत्र खतरे में है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश के सभी अहम स्वायत्तशासी संस्थाए गंभीर संकट का सामना कर रही है जिसकी वजह है सरकार का अहंकार होना है।
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मायावती ने कहा कि देश सविंधान से चलता है न की किसी भड़काऊ भाषण देने से जो हर वक़्त धर्म के नाम पर राजनीति की रोटियां सीखते रहते है।
बता दें कि अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री को सबरीमाला मंदिर के श्रद्धालुओं और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ़ कार्रवाई करने को लेकर चेतावनी भी देते हुए कहा था कि जो लोग अदालत के फैसले के नाम पर हिंसा को भड़काना चाहते हैं, उनको बताना चाहता हूं कि यहां पर कई ऐसे मंदिर हैं, जिनके अपने अलग-अलग नियम कानून हैं।
Ameetshah ko jel me band karo