19 अप्रैल 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने जज लोया की संदिग्ध मृत्यु की स्वतंत्र जांच के लिए दायर याचिका को खारिज कर दिया था। कोर्ट की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने याचिकाएं खारिज करते हुए कहा था कि जज बृजमोहन हरकिशन लोया की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी।
बीजेपी ने कोर्ट के इस फैसला का खूब जश्न मनाया था। प्रवक्ता संबित पात्रा समेत बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट की जमकर सराहना की थी। तब संबित पात्रा ने भारतीय न्याय व्यवस्था को सबसे स्वतंत्र और प्रसिद्ध न्याय व्यवस्था कहा था।
लेकिन आज बीजेपी और खुद अमित शाह के लिए सुप्रीम कोर्ट एक ‘बाधा’ बन चुका है। केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री का रास्ता सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया था। लेकिन बीजेपी-आरएसएस के समर्थक और कार्यकर्ता लगातार कोर्ट के फैसले का विरोध कर रहे हैं।
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और अब तो खुद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि ‘सरकार और कोर्ट को ऐसे फैसले नहीं सुनाने चाहिए, जिनका पालन न करवाया जा सके और जो आस्था से जुड़े हों। बीजेपी अयप्पा भक्तों के साथ चट्टान की तरह खड़ी रहेगी’
कुल मिलाकर अमित शाह का यही कहना है कि वो कोर्ट के उन्हीं फैसलों को मानेंगे जो उन्हें पसंद होगा। और सबरीमाला मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है वो अमित शाह को पसंद नहीं है।
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अब सवाल उठता है कि क्या सुप्रीम कोर्ट अमित शाह से पूछ कर फैसला दे? या सिर्फ वही फैसला दे जो दक्षिणपंथी विचारधारा से ओतपोत हो? क्या अमित शाह का ये बयान संविधान और महिला विरोधी नहीं है?
अमित शाह के इस बयान पर केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा है कि ‘अमित शाह का बयान संविधान और कानून के खिलाफ है। यह मौलिक अधिकारों की गारंटी न देने के उनके एजेंडे की तरफ स्पष्ट इशारा है। यह आरएसएस और संघ परिवार का एजेंडा दिखाता है।’
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरुद्ध जनता को भड़काने का मुकदमा दर्ज करके गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
agar arrest ho jaye to maza a jayega.
Ye bjp Wale ki phati padi hai jab bhi election aata hai ye mandir masjid
हाजी अली में महिलाओं के प्रवेश पे महिलाओं के अधिकारों की जीत, यहां सबरीमाला में आस्था की बात इन दोगलों की हरकत स्पष्ट दिख रही है और ये वोटों के लिए अपने आप को नीचे गिराने का कोई पैमाना सेट नहीं किये हैं
Hi
Hitler ka kya hal hua thha? Iss se pehle kitne aaye our aaa kar chale gaye, fir ye kis khet ki mooli hai ???
Yeh desh ke gadar ha in ko jail me dalo
Grih yudh ki taraf kadam badh chuka hai aisa aabhas ho raha hai.
Shah is doing vote politics. He has no respect for law and the constitution.
Desh ko batne or samprodayik donga ke liye or vote politics logo ko bebokub bana ne ke liye desh ka gadar bekar hai….Media news bale v jhut mut desh ka choor bana hai…Media bala bjp ka agent hai..sabke sath sabka vikas mandir bana ne se hota hai kiya..