एमजे अकबर इस्तीफा दे चुके है। मगर बीजेपी और मोदी सरकार इस मामले में एक्शन लेने की बात कर रही है। वहीँ इस मामले पर कांग्रेस का कहना है कि इस्तीफा अकबर ने खुद दिया न कि बीजेपी ने दिलवाया है।

अगर ऐसा होता तो पीएम मोदी उन्हें विदेशी दौरे से बुलाकर अपने मंत्रीमंडल से बाहर कर देते।

एक टीवी डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार चाहती तो आरोप लगने के पहले दिन ही एमजे अकबर का इस्तीफा ले लेती पर पहले 100 वकीलों की फौज पीछे खड़ी कर दी, जब देखा सभी महिलाएं बिना डरें एकजुट हो लड़ रही है तो इस्तीफा ले लिया।

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उन्होंने कहा कि सरकार ने कब ये फैसला लिया है जब सरकार पर दबाव बना मगर फिर भी काम नहीं चला तब जाकर इस्तीफा दिया गया।

प्रियंका ने कहा कि कैसे कोई भूल सकता है ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा देने वाले पीएम मोदी अब तक खामोश बैठे है, कैसे कोई भूल सकता है कि सुषमा स्वराज सवालों के जवाब से बचती रही।

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बीजेपी की किसी महिला नेता ने इस मामले पर कुछ बोला नहीं और कहते है हमने संज्ञान में लिया कुछ तो शर्म कर लो।

बता दें कि अकबर ने बुधवार 17 अक्टूबर को विदेश राज्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद टीवी चैनल पर बैठे बीजेपी प्रवक्ताओं ने इसका श्रेय लेना शुरू कर दिया कि हमारी सरकार ने अकबर के मामले एक्शन लिया है।

मगर इसका जवाब देने में नाकाम रहें की आखिर पीएम मोदी अबतक खामोश क्यों है।

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