सीबीआई में मचे घमासान पर अब विपक्ष हमलावर होता जा रहा है। मोदी सरकार ने जिस तरह से सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को अचानक छुट्टी पर भेज दिया, उसके बाद तमाम सवाल उठने लगे हैं।
आखिर क्या छुपाने के लिए मोदी सरकार ने सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजा है? आधी रात में लिए गए फैसले का विपक्ष जमकर विरोध कर रहा है।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी इसपर टिप्पणी की है। उनके ट्विटर अकाउंट से लिखा गया- रात के 2 बजे घुप्प काले घने अँधेरे में संविधान के साथ खेला हो रहा है।
अस्थाना ने मोदी को दंगे में क्लीनचिट दिया था, अब मोदी भी उसे क्लीनचिट दे देंगे, ये मौसेरे भाई हैं
बाबा साहेब के संविधान पर बुरी नज़र रखने वालों जनता तुम्हारा भला नहीं करेगी।
रात के 2 बजे घुप्प काले घने अँधेरे में संविधान के साथ खेला हो रहा है।
बाबा साहेब के संविधान पर बुरी नज़र रखने वालों जनता तुम्हारा भला नहीं करेगी।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) October 24, 2018
गौरतलब हो कि सीबीआई में चल आपसी घमासान पर मोदी सरकार ने एक्शन लेते हुए और राकेश अस्थाना का बचाव करते हुए 13 अधिकारियों का ट्रान्सफर कर दिया गया और सीबीआई के दोनों बड़े अधिकारियों को छुट्टी पर भी भेज दिया और आनन फानन में नए सीबीआई प्रमुख को भी नियुक्त कर दिया गया अब ये सभी रातों को रात क्यों हुआ इस पर भी सवाल उठ रहा है।
कोई हिंदू-मुसलमान दिखा रहा है कोई पाकिस्तान से डरा रहा है, क्या गोदी मीडिया CBI को बचा रहा है?
वैसे इस विवाद में पूरी तरह फंस चुके स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना का संबंध कथित चारा घोटाले की जांच से भी है।
माना जा रहा है कि जिस अधिकारी ने लालू यादव को चारा घोटाले में फंसाया वह व्यक्ति खुद खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहा है तो उसका काम कितना निष्पक्ष रहा होगा। राकेश अस्थाना की मोदी और शाह से नज़दीकियां किसी छुपी नहीं हैं ।
Fir bhi public andhi padi hai