गंगा सफाई को लेकर लंबे समय से अनशन पर बैठे जीडी अग्रवाल के निधन पर पीएम मोदी ने दुःख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा ‘मैं श्री जीडी अग्रवाल के निधन से बेहद दुखी हूं। शिक्षा, पर्यावरण की रक्षा, खासतौर से गंगा स्वच्छता के प्रति उनकी लगन को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्हें मेरी श्रद्धांजलि’।

पीएम मोदी के इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का दौर शुरु हो गया है। कई पत्रकारों ने जीडी अग्रवाल की मौत के लिए पीएम मोदी को ही ज़िम्मेदार ठहरा दिया है।

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पत्रकार साक्षी जोशी ने ट्वीट कर लिखा, “मोदी जी उन्होंने तीन लेटर आपको लिखे। आपने उनमें से किसी का भी जवाब क्यों नहीं दिया? आपने उन्हें मरने दिया और अब दुख जता रहे हैं”?

वहीं, पत्रकार दिलीप मंडल ने ट्विटर के ज़रिए कहा, “मरने क्यों दिया? बचा लेते। गंगा को साफ करने की ही मांग कर रहे थे। आपकी उत्तराखंड सरकार ने डॉक्टर भेजकर नहीं उठवाया। पुलिस के जवान घसीटकर ले आए अस्पताल में।

108 दिन के उपवास में जान नहीं गई। एक दिन अस्पताल में रहे और मर गए। शर्म आनी चाहिए आपको मिस्टर मोदी”।

बता दें कि प्रोफसर जीडी अग्रवाल पिछले 111 दिनों से गंगा की सफाई के लिए हरिद्वार में अनशन कर रहे थे। बुधवार को उत्तराखंड पुलिस प्रोफेसर अग्रवाल को अनशन स्थल से जबरन उठाकर अस्पताल ले गई थी।

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उत्तराखंड से दिल्ली लाते समय उनका निधन हो गया। प्रोफेसर और पर्यावरणविद जीडी अग्रवाल को स्वामी सानंद के नाम से भी जाना जाता है।

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