सीबीआई चीफ की जासूसी में पकड़े गए चार जासूसों पर सियासत शुरू हो चुकी है। जहां विपक्षी दल इसे मोदी सरकार में बैठा खौफ बता रहा है वहीं कुछ ऐसे भी है जो इसे सियासत का हिस्सा बता रहें है।

दूसरी तरफ गोदी मीडिया अब जासूसी कर रहे अधिकारियों के समर्थन में आ गया है और कह रहा है कि वो जासूसी नहीं अपना काम कर रहें थे। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने सवाल उठाए है।

आशुतोस ने सोशल मीडिया पर लिखा, अब बीजेपी समर्थक रिपोर्टर कह रहे है कि आईबी अधिकारी अपना काम कर रहे थे। हाँ ये सच है वो काम करे रहें थे इसमें कुछ गलत नहीं है,

संजय ने SC से लगाई गुहार, अलोक वर्मा की सुरक्षा बढाएं नहीं तो जज लोया की तरह जा सकती है जान

मगर क्या इन रिपोर्टरों ने पूछा की आलोक वर्मा की जासूसी के लिए उन्हें किसने बोला था। क्या किसी रिपोर्टर ने ये सवाल पूछा?

गौरतलब हो कि सीबीआई में चल रहे घमासान के बाद छुट्टी पर भेजे गए सीबीआई चीफ आलोक वर्मा के दिल्ली स्थित आवास के बाहर से 4 लोगों को पकड़ा गया है।

इन सभी पर आलोक वर्मा के घर के बाहर संदिग्ध गतिविधियां करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है और इनसे पूछताछ कर रही है।

राफ़ेल की दलाली खुलने के डर से ‘PM मोदी’ घबराये हुए हैं, वो ‘आलोक वर्मा’ के साथ कुछ भी कर सकते हैं

हिरासत में लिए गए लोगों ने अपनी पहचान इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी के तौर पर दी है। पकड़े गए लोगों का नाम प्रशांत कुमार, विनीत कुमार गुप्ता, अजय कुमार और धीरज कुमार सिंह है। इन सभी ने अपनी पहचान के तौर पर सीजीएचएस और आधार कार्ड दिए हैं।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here