सीबीआई में रातों-रात किए गए ट्रान्सफर से विपक्षी दलों ने पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने इस मामले को सीधे राफेल डील से जोड़ दिया है।

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला का कहना है कि क्योंकि अलोक वर्मा के पास बैंकिंग घोटाले से लेकर राफेल डील तक मामले की जांच करने वाले थे इसलिए उन्हें पद से हटाया गया और उनके अधिकारियों का ट्रान्सफर किया गया है।

दरअसल मोदी सरकार ने सीबीआई डायरेक्टर अलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है। रातों रात आलोक वर्मा की जगह एम नागेश्वर को अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया गया है।

एम नागेश्वर ने पदभार संभालते ही एक दर्जन से अधिक अधिकारियों का ट्रान्सफर कर दिया। इन अधिकारियों में सीबीआई डीएसपी अजय बस्सी का नाम भी शामिल है। डीएसपी अजय राकेश अस्थाना के खिलाफ दर्ज केस की जांच कर रहे थे।

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जिसपर कांग्रेस ने कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि मोदी सरकार ने सीबीआई की आजादी में आखिरी कील ठोक दी है अब सीबीआई का व्यवस्थित विध्वंस और बदनामी अब पूरी हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि अलोक वर्मा नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या मामले में सख्ती बरत रहे थे। इसलिए मोदी सरकार ने उन्हें हटा दिया।

बता दें कि मोदी सरकार के सीबीआई निदेशक अलोक वर्मा खुद को छुट्टी पर भेजे जाने वाले सरकारी फैसले से अहसमति जताते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुँच चुके है।

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जिसकी सुनवाई अब 26 अक्टूबर को होगी मगर मोदी सरकार के इस फैसले से फिलाहल अब कई सवाल उठने लगे है क्या सरकार राकेश अस्थाना का बचाव करने में लगी हुई है,

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