गुजरात से पलायन कर रहे यूपी-बिहार के लोगों का गुस्सा पीएम मोदी पर फूट पड़ा है। वो भी उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में। 

जहां लोगों ने अपने सांसद नरेंद्र मोदी के खिलाफ पोस्टर जारी कर कहा कि ‘गुजराती नरेंद्र मोदी बनारस छोड़ो’। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योकिं पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक सभी इस मुद्दे पर खामोश बैठे हुए है।

इस पूरे मामले पर यूपी बिहार एकता मंच ने गुजरात में उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश के लोगों पर हो रहे हमलों का विरोध किया है। साथ ही मंच ने गुजरात सरकार से आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाई करने की मांग की है।

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पूरे शहर में ‘गुजरात के नरेंद्र मोदी के बनारस छोड़ो’ के पोस्टर चस्पा कर दिए गए है। ये विरोध का स्वर सिर्फ इतना ही नहीं मंच ने अपील की है कि गुजरात और महाराष्ट्र के लोग एक हफ्ते में वाराणसी छोड़ दें।

बेशक मंच का ये कहना गलत है। मगर इस मामले पर जब सूबे का मुख्यमंत्री ही हाथ खड़े कर दें और पलायन को महज अफवाह करार दें तो वहां लोग जाये तो जाये कहां।

क्योकिं गुजरात के 14 महीने की बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म मामले लिप्त किसी एक शख्स की गलती की सजा उसी राज्य से आने वाले सभी लोग क्यों भुगते?

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पीएम मोदी इस पूरे मामले पर खामोश है और सोशल मीडिया पर इसे लेकर सवाल उठने लगे है कि आखिर जिस मोदी ने कहा था ‘कुछ दिन गुजारो गुजरात में’ क्या वो महज एक जुमला था।

अगर नहीं तो पीएम मोदी को इस मामले पर खड़ा एक्शन लेना चाहिए, और सबको एकसाथ शांति रहने की अपील करनी चाहिए।

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