देश की आज़ादी के बाद भारत को एक रखने की ताकत देने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की आज जयंती है। चाहे वो आजादी के बाद छोटी-छोटी रियासतों में बंटे भारत को एकसूत्र में बांधने की बात हो या फिर सभी नागरिकों को एक सामान अधिकार देने की बात जो उन्होंने सन 1950 में कही थी हम एक सेक्युलर देश हैं यहाँ के हर मुसलमान को महसूस होना चाहिए कि वो भारतीय है और भारतीय होने के नाते उसका बराबर का हक है।
अगर हम मुसलमानों को ऐसा महसूस नहीं करा पाते तो हम अपनी विरासत और देश के लायक नहीं हैं।
सरदार पटेल को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सोशल मीडिया पर याद करते हुए लिखा- भारत भाग्य विधाता, भारत रत्न, कांग्रेस पार्टी के प्रमुख योद्धा, लोह पुरुष श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएँ।
यह सच है की पूज्य महात्मा गांधी, श्री सरदार वल्लभभाई पटेल और पंडित जवाहरलाल नहेरू भारत की आज़ादी के लिए त्रिमूर्ति थी।
‘CBI के बाद अब सरकार का निशाना RBI है, मोदी पर देश की संस्थाओं को बर्बाद करने का भूत सवार है’
भारत भाग्य विधाता, भारत रत्न, कांग्रेस पार्टी के प्रमुख योद्धा, लोह पुरुष श्री सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर हार्दिक हार्दिक शुभकामनाएँ। यह सच है की पूज्य महात्मा गांधी,श्री सरदार वल्लभभाई पटेल और पंडित जवाहरलाल नहेरू भारत की आज़ादी के लिए त्रिमूर्ति थी।जय हिंद pic.twitter.com/MZm2Kl7aXK
— Hardik Patel (@HardikPatel_) October 31, 2018
इसमें कोई शक नहीं की नेहरु और पटेल को लेकर मौजूदा वक़्त में जिस तरह की बातें हो रही है उससे ये कहा जाने लगा की पटेल और नेहरु के बीच नफरत थी।
हरबार जमीन की कुर्बानी गरीब ही क्यों दें, अमीरों की कोठियां तोड़कर भी तो मूर्ति स्मारक बनाए जा सकते हैं
मगर इसकी सच्चाई महज उतनी सच है जितनी एक घर में होने वाली छोटी मोटी असहमति को दुश्मनी बता देना।