बीजेपी मेघालय में भी कम सीटें होने के बावजूद सरकार बनाने जा रही है। मेघालय में बीजेपी सिर्फ 2 सीटें आने पर भी सत्ता का आनंद लेने जा रही है। मीडिया इन खबरों को कैसे पेश कर रही है। कोई इसे मास्टर स्ट्रोक कह रहा है तो कोई इसे शाह और मात का खेल बता रही है।
मगर मीडिया चैनलों पर अगर नज़र डाली जाये कोई मेघालय में बीजेपी के सरकार बनाने पर सवाल करते हुए नज़र नहीं आ रहा है।
क्या किसी ने विधायक ख़रीदने जाने का सवाल उठाया अगर यही काम कांग्रेस ने किया होता, गोदी मीडिया के पत्रकार अंजना, रोहित, सुधीर, अर्णब और रजत जैसे देश बड़े पत्रकार अब तक ये कह चुके होते की दाल में कुछ तो काला है।
CNN न्यूज़ 18 में अहम मुद्दा ही कांग्रेस की हार पर चर्चा करने उतर आये है। बजाय ये पूछने की आखिर मेघालय में बीजेपी सरकार बना कैसे रही है?
शाम से शुरू होने वाली किसी भी न्यूज़ चैनल की ख़बरों पर नज़र डाले तो ये साफ़ नज़र आता है की मेघालय में चल सियासी उठापटक पर कोई सवाल करता हुआ नहीं आ रहा है।
आजतक राम मंदिर पर बहस कर रहा है तो वही अंग्रेजी न्यूज़ चैनल टाइम्स नाउ कीर्ति चिदंबरम से जांच एजेंसीयों ने क्या सवाल किया इसी मामले पर बहस जारी है।
रोहित सरदाना तो ग़द्दारों की मददगार, पीडीपी-बीजेपी सरकार पर सवाल कर रहे है? वही अंजना ओम कश्यप श्रीश्री रविशंकर से इंटरव्यू लेने में व्यस्त है। मगर मेघालय पर कोई सवाल करता नहीं नज़र आ रहा है।