सरकार दस बैंकों का आपस में विलय करने जा रही है.
पैसा मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का आपस में विलय होगा. केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय होगा. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का आपस में विलय होगा.
इसके अलावा निर्मला जी ने बताया कि 18 में से 14 सरकारी बैंक प्रॉफिट में हैं.
मोदी सरकार में जेटली के बाद निर्मला जी दूसरी नेता हैं जो बहुत आत्मविश्वास से प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरे देश के सामने झूठ बोलती हैं. अगर 18 में से 14 बैंक प्रॉफिट में हैं तो इतना बड़ा मर्जर क्यों किया जा रहा है?
सीधा कहिए न कि आपकी अर्थव्यवस्था ढह रही है और आप डूब रहे बैंकों को बचाने के लिए 8 बैंकों का आपस में विलय कर रही हैं!
जानिए क्या है मामला
मोदी सरकार ने आठ बैंकों का आपस में विलय कर दिया है। सरकार की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की है कि पंजाब नेशनल बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और ओरिएंटल बैंक का आपस में विलय होगा। केनरा बैंक और सिंडिकेट बैंक का विलय होगा. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का आपस में विलय होगा।
इस मामले पर वित्त मंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कुल 17 सरकारी बैंकों का 5 बैंकों में विलय करने का ऐलान किया है। जो पहले 27 बैंक थे जो अब विलय करने के बाद 12 ही रह जाएंगे है।
वित्त मंत्री ने ऐलान करते हुए कहा कि पंजाब नेशनल बैंक के साथ ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक का मर्जर होगा। वहीं इस मर्जर के बाद पीएनबी देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। तीनों बैंकों के बाद बनने वाले नए बैंक की देशभर में 11437 शाखाएं हो जाएंगी। वहीं, केनरा बैंक का सिंडिकेट बैंक के साथ मर्जर होगा।
वित्त मंत्री ने बताया कि इंडियन बैंक का इलाहाबाद बैंक में मर्जर होगा। वहीं, यूनियन बैंक, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का आपस में मर्जर होगा। मर्जर के बाद यह देश का पांचवा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। वित्त मंत्री ने एक बार फिर अर्थव्यवस्था को मजबूत करने को लेकर कहा कि देश 5 लाख करोड़ डॉलर इकोनॉमी बनने की ओर बढ़ रहा है। सरकार ग्रोथ को रफ्तार देने की दिशा में तेजी से कदम उठा रही है।
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कृष्णाकांत