संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी की गई दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सूची में भारत की रैंकिंग पिछले साल के मुकाबले ख़राब रही है। 156 देशों की सूची में भारत खुलहाली के मामले में पाकिस्तान से पीछे है। भारत का 133वां स्थान है, जबकि पाकिस्तान 75वें स्थान पर है।

संयुक्त राष्ट्र की सूची के मुताबिक, फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश है और इस सूची में सबसे आखिरी स्थान पर तख्तापलट के संकट से जूझ रहा बुरुंडी है। वहीं, दुनिया के टॉप-10 खुशहाल देशों में एक भी एशियाई देश को शामिल नहीं किया गया है। इस सूची में पड़ोसी देशों की तुलना में भारत का प्रदर्शन सबसे ख़राब रहा है।

बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की ये सूची 6 कारकों पर तय की जाती है। इसमें आय, स्वस्थ्य जीवन प्रत्याशा, सामाजिक सपोर्ट, आज़ादी, विश्वास और उदारता शामिल हैं।

संयुक्त राष्ट्र की इस सूची ने केंद्र की मोदी सरकार के उन दावों पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं, जिनमें सरकार देश की अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के दम भर रही है। इस सूची ने सरकार के सबका साथ और सबका विकास के नारे की पोल भी खोल दी है। समाजिक सपोर्ट, विश्वास और उदारता के मामले में भी भारत का प्रदर्शन पड़ोसी देशों के मुक़ाबले इस साल खराब रहा है।

जानकारों की मानें तो खुशहाली के मामले में भारत के ख़राब प्रदर्शन का मुख्य कारण देश में बढ़ती बेरोज़गारी और मॉब लिंचिंग है। हैरान करने वाली बात यह है कि आतंकवाद से जूझ रहा पाकिस्तान भी भारत से ज्यादा खुशहाल है। जहां भारत का नाम टॉप 100 में शामिल नहीं है, वहीं पाकिस्तान की रैंकिंग 75वीं है। पड़ोसी देशों की बात करें तो चीन 86वें, भूटान 97वें, बांग्लादेश 115वें और श्रीलंका 116वें स्थान पर है।

ग़ौरतलब है कि पिछले साल भारत की रैंकिंग 122, वहीं पाकिस्तान की 80 थी। लगातार दो सालों से पाकिस्तान भारत से खुशहाल देश बनकर उभर रहा है। इस सूची के मुताबिक, फिनलैंड के बाद नॉर्वे, डेनमार्क, आईसलैंड, स्विटजरलैंड, नीदरलैंड्स, कनाडा, न्यूजीलैंड, स्वीडन और ऑस्ट्रेलिया दुनिया के सबसे खुशहाल देश हैं।

दुनिया के विकसित देशों में शुमार अमेरिका को इस सूची में 18वां स्थान मिला है। वहीं युनाइटेड किंग्डम 19वें नंबर पर है। इस सूची में टॉप 10 देश आप्रवासियों के लिए भी सबसे खुशहाल देश बताए गए हैं।

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