पत्रकार सिर्फ जनता की आवाज़ को सुनता है। जो जनता की आकांक्षाओं को सत्ता के गलियारों तक पहुंचा दे उसे बेहतर पत्रकार बोला जाता है।
लेकिन मौजूदा दौर में पत्रकार उन्हें भी कहना पड़ रहा है जो सत्ता की दिन-रात चाटुकारिता में जनता का सत्यानाश कर रहे हैं।
देश का सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ रहे हैं। देश को उस जगह ले जाकर खड़ा करने की कोशिशें कर रहे हैं जहाँ देश सिर्फ जलेगा।
इसमें नुकसान देश का होगा। पत्रकारिता मर जाएगी। अगर इंसानियत खत्म करने में पत्रकारिता की भूमिका को कहीं लिखा गया।
इस दौर में दो तरह के पत्रकार हो गए हैं। एक पत्रकार सत्ता की गुलामी में लीन है वह सत्ताधारियों को चुनावी फायदा पहुंचाने के लिए बंटवारा कर रहा है।
एक पत्रकार वह है जो दिन-रात देश के नौजवानों, किसानों और गरीबों के बारे में लिख बोल रहा है। वह भी बिल्कुल अकेला।
यह नाम सार्वजनिक हो चुका है क्योंकि उसे आज जनता आँखों पर बैठा रही है।
एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। जिसे दिल्ली का बताया जा रहा है।
इस तस्वीर में दिल्ली का एक ऑटो दिख रहा है जिसमें एनडीटीवी पत्रकार रवीश कुमार के बारे में शानदार पंक्तियां लिखी हुई है।
NDTV इंडिया सबसे अच्छा न्यूज़ चैनल, रवीश कुमार सबसे अच्छे पत्रकार
इस तस्वीर के वायरल होने के बाद लोगों ने अपने-अपने कैप्शन लिखकर रवीश कुमार की तारीफ लिखी।
वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी ने लिखा कि, रवीश कुमार के दिलजलों के लिए
आनंद राय ने लिखा कि, कुछ लोग हैं जो लुटियन ज़ोन पर राज करते हैं लेकिन रविश कुमार हिंदुस्तानियों के दिलों पर राज़ करते हैं
एक यूजर ने लिखा कि,”रवीश कुमार” जैसे सच्चे पत्रकारों को “सम्मान” देने का अनूठा तरीका!