केंद्रीय विश्वविद्यालय जेएनयू के प्रोफेसर लिखते हैं कि ‘अमीर और मध्यवर्गीय लोगों में यह विचार मूर्खता की हद तक धंसा रहता है कि गरीब लोग अपराधी और चोर होते हैं। सच्चाई कुछ इस तरह की होती है। नीरव मोदी को तो आप सब जान चुके। मधु को भी जान लीजिए।
वह केरल का एक आदिवासी था जिसे थोड़ा सा चावल चुराने के इल्जाम में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला। फिर उसके साथ सेल्फी भी ली। वाह री सभ्यता’
दरअलस गत शनिवार को केरल के पलक्कड़ इलाके के जंगल में रहने वाले एक मानसिक रूप से कमोजर युवक की हत्या कर दी गई। मधु नाम के इस युवक की उम्र मात्र 27 साल थी।
मधु गांव के पास के ही जंगल में रहता था और उसके ऊपर आरोप था कि वह खाने के लिए लोकल शॉप्स से सामान चुराया करता था। माना जा रहा है कि उसका मानसिक संतुलन ठीक नहीं था।
गुरुवार को गांव के लोगों ने उसे पकड़ लिया और बंधक बनाकर घंटों तक पीटा। कुछ लोगों ने उस वक्त सेल्फी भी ली। शाम तक किसी ने पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने उसको पकड़ा तो उसने उल्टी की और बेहोश हो गया। जिसके बाद उसे शाम करीब 5 बजे अस्पताल ले जाया गया। उसी वक्त उसकी अप्राकृतिक मौत मौत हो गई।
इस मौत का जिम्मेदार कोई एक नहीं बल्कि पूरा समाज है जो मानसिक गुलामी का शिकार हो चुका है। एक तरफ नीरव मोदी जैसा रईस आदमी देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक से 11,345 करोड़ रुपए का घोटाला कर के चला जाता।
नीरव मोदी ने ये घोटाला अपना पेट भरने के लिए नहीं बल्कि बेहिसाब पैसा कमाने और ऐशो आराम जिंदगी के लिए किया। ये घोटाला भारतीय बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है। और फिर भी नीरव मोदी सकुशल विदेश मौज कर रहा है।
जो रुपए नीरव मोदी लूटकर ले गया वो नागरिकों के टैक्स का पैसा था यानी अपका और हमारा पैसा था। लेकिन फिर हम उसका कुछ नहीं कर पा रहे। न गुस्सा दिखा रहे हैं, न नीरव को पीट पा रहे हैं… कुछ भी नहीं कर पा रहे।
वही दूसरी तरफ जनजाति समुदाय का 27 वर्षीय मधु, जो मानसिक रुप से बिमार था। उसने अपनी पेट की भूख मिटाने के लिए एक दुकान से थोड़ा चावल चुरा लिया, ज्यादा से ज्यादा चावल कीमत क्या होगी… 100 रु?, 200?
इस 100-200 रुपए के लिए मधु की हत्या कर दी गई। वो अब इस दुनिया में नहीं है। क्योंकि मधु मानसिक रुप से बिमार था, कमजोर था, आदिवासी था, गरीब था इसलिए उसकी हत्या कर दी गई।
उसका जूर्म नीरव मोदी से कई हजार गुणा कम था लेकिन फिर भी उसकी हत्या कर दी गई। अगर मधु भी शक्तिशाली होता, पीएम मोदी के साथ फोटो खिचवा पाता, अंबानी का रिश्तेदार होता तो उसकी हत्या करने की ताकत किसी में नहीं होती।
इस घटना पर दुख जताते हुए आप नेता संजय सिंह ने लिखा है कि ‘एक तरफ़ लाखों करोड़ की लूट चल रही है दूसरी तरफ़ 1 किलो आटे के लिये मधु क्रूरता पूर्वक पीटकर मार दिया गया, मारने वाले न हिंदू थे न मुस्लिम न ईसाई सिर्फ़ और सिर्फ़ दरिंदे थे।’