अमेरिकी सीनेटर और डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति उम्मीदवार बर्नी सैंडर्स ने कश्मीर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर पर भारत का कदम ग़लत है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।

ह्यूस्टन में इस्लामिक सोसायटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका के वार्षिक सम्मेलन में सैंडर्स ने कश्मीर की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा के नाम पर कश्मीर में विरोध की आवाज़ को दबाया जा रहा है। भारत के कदम से कश्मीर में स्वास्थ्य सेवाएं तक बाधित हुई हैं।

उन्होंने कहा कि भारत में कई डॉक्टरों ने माना है कि कश्मीर में भारत सरकार की ओर लगाए गए प्रतिबंधों के कारण मरीज़ों को जीवनरक्षक इलाज तक नहीं मिल पा रहा है।

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सैंडर्स ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में संचार सेवाओं पर लगे प्रतिबंधों को तुरंत हटाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिकी सरकार को अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून और संयुक्त राष्ट्र समर्थित शांतिपूर्ण प्रस्ताव के समर्थन में साहसपूर्वक बोलना चाहिए।

ग़ौरतलब है कि सैंडर्स का यह बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कश्मीर मुद्दे में किसी तीसरे की मध्यस्थता की किसी भी गुंजाइश को नकारने के कुछ दिन बाद आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि यह भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है। वह इसे बातचीत के ज़रिए सुलझा लेंगे।

अपने संबोधन के दौरान सैंडर्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुस्लिम समुदाय को लेकर पूर्वाग्रह के शिकार हैं। वह कहते हैं मुसलमान हमसे नफ़रत करते हैं, जबकि ये बात पूरी तरह से ग़लत है।

उन्होंने कहा कि ये अमेरिका की ख़ूबसूरती है कि जितना मुस्लिम समुदाय के खिलाफ़ नफ़रत फैलाने की कोशिश की गई अमेरिका में लोगों ने मुसलमानों से उतनी ही मोहब्बत की। जब ट्रंप ने मुसलमानों के ख़िलाफ़ बैन की घोषणा की थी, तब देशभर में लोग मुस्लिम समुदाय के समर्थन में सड़कों पर उतर आए थे।

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