प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार से जापान के दौरे पर हैं। पीएम मोदी वहां भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने टोक्यो में भारतीय समुदायों के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी गए और वहां भारतीय नागरिकों को संबोधित किया।

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। मानवता की दिशा में भारत के योगदान की पूरी दुनिया सराहना कर रही है। भारत में पब्लिक वेलफेयर की दिशा में पॉलिसी तैयार की जा रही है, उसी दिशा में काम हो रहे हैं।’

पीएम मोदी ने अपनी सरकार के कसीदे पढ़ते हुए कहा, ‘2014 में जब मैं प्रधानमंत्री बना तो बिज़नेस करने के मामले में भारत विश्वभर में 140वें स्थान पर था। अब भारत 100वें स्थान पर पहुंच गया है’।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले मैंने भारत में मिनी जापान बनाने की बात कही थी। ये बेहद खुशी की बात है कि आज जापान के लोग इतने बड़े पैमाने पर भारत में काम कर रहे हैं।

इस दौरान पीएम मोदी ने बुलेट ट्रेन से लेकर स्मार्ट सिटी तक के निर्माण का ज़िक्र करते हुए अपनी सरकार की शान में ख़ुद ही जमकर क़सीदा पढ़ा। लेकिन क्या पीएम मोदी ने जापान में भारतीय समुदाय के लोगों के बीच जो दावे इतने दमदार अंदाज़ में किए, उसमें वाकई कोई सच्चाई है।

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क्या दावे के मुताबिक मोदी सरकार के शासनकाल के साढ़े चार साल बीत जाने के बाद देश का कोई भी शहर स्मार्ट बना? क्या बुलेट ट्रेन पटरी पर दौड़ने लगी? और पीएम मोदी किस पब्लिक वेलफेयर की बात कर रहे हैं। क्या उन्होंने हाल ही में आई ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट नहीं पढ़ी, जिसमें भारत की हालत को चिंताजनक दिखाया गया है।

ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट में भारत 119 देशों की लिस्ट में 103वें स्थान पर जा पहुंचा है। इस लिस्ट में भारत इस साल तीन स्थान नीचे जा पंहुचा है। लिस्ट में भारत पड़ोसी देशों से भी पीछे है। श्रीलंका, नेपाल और बंगलादेश भी भारत से आगे हैं।

पीएम मोदी आंकड़ों के खेल को बेहतरीन अंदाज़ में पेश करते हुए बता रहे हैं कि उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद बिज़नेस करने के मामले में भारत विश्वभर में 140वें स्थान से 100वें स्थान पर आ गया है।

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लेकिन जब इन आंकड़ों का ज़मीनी स्तर पर आंकलन किया जाता है तो बेराज़गारी का स्तर बढ़ता दिखाई देता है। सवाल यह उठता है कि दावे के मुताबिक जब भारत में बिज़नेस का अवसर बढ़ रहा है तो रोज़गार घट कैसे रहा है।

सवाल यह भी है कि जब दूसरे देशों के साथ भारत का बिज़नेस बढ़ा है तो फिर देश महंगाई की मार क्यों झेल रहा है। पेट्रोल-डीज़ल के दाम में लगातार इज़ाफ़ा क्यों हो रहा है।

इन तमाम तथ्यों और मौजूदा हालात को देखते हुए यह कहना मुश्किल नहीं कि पीएम मोदी ने जापान में भारतीय समुदाय के लोगों के बीच जो भी दावे किए वो काफ़ी खोखले हैं।

आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने पीएम मोदी के इन्ही दावों को लेकर उनपर निशाना साधा है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “जिस प्रकार PM मोदी विदेश जाकर वहां रह रही इंडियन कम्युनिटी को झूठ परोस रहे हैं, ठीक उसी तरह विपक्ष के हर राज्य और देश के नेता को भी विदेश जाकर मोदी सरकार की असलियत बतानी चाहिये, पिछले 4 सालों में अर्थव्यवस्था का बेड़ागर्क कर रखा है, पेट्रोल-डीजल-गैंस के दाम, बेरोजगारी सब बढ़े हैं”।

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