एक तरफ भारत ने खुद के सामने अपनी जीडीपी को 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंचाने का महत्वकांक्षी लक्ष्य रखा है। वहीं दूसरी तरफ भूख और कुपोषण के मामले में जारी की गई लिस्ट में भारत साल दर साल लुढ़कता चला जा रहा है।

ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट में भारत 119 देशों की लिस्ट में 103वें स्थान पर जा पहुंचा है। पिछले साल भारत की रैंकिंग में मामूली सुधार तो हुआ था मगर इस साल तीन स्थान नीचे जा पंहुचा है।

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत अन्य दक्षिण एशियाई देशों से भी पीछे है। श्रीलंका, नेपाल और बंगलादेश भी भारत से आगे हैं।

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रिपोर्ट में सबसे ज्यादा जिस राज्य पर चिंता व्यक्त की है वो है झारखंड। जहां पिछले एक साल के दौरान भूख के कारण 14 लोगों की मौत हो चुकी है।

ये सर्वे 15 सितंबर से 30 सितंबर के बीच कराया गया था जिसमें झारखंड में भूख के हालत पोषण और खाने पीने की जानकारी ली गई।

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रिपोर्ट में भारत के बारे में कहा गया है कि 21% बच्चो का वजन कम है।

रिपोर्ट में झारखंड की स्थिति गंभीर बताई गई है- जिसके मुताबिक राज्य की 3.19 करोड़ में से सिर्फ 50.3% आबादी को तीन वक़्त का खाना मिल पाता है, बाकि 26% जनता सिर्फ दो वक़्त और 4% एक सिर्फ वक़्त खाना नसीब हो पाता है। रिपोर्ट में खाने की कमी का कारण सबसे पिछड़ा वर्ग अनूसूचित जाति और जनजातियों में पाई गई।

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