ऐसा कहा गया है आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता है। मगर भारत में मीडिया इसकी परिभाषा बदलने में लगा है। यही वजह है कि मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को पत्रकार रजत शर्मा के चर्चित शो ‘आप की अदालत’ में उन्हें बुलाया गया और उनसे जब आतंकवाद से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मुस्लिम आतंकवाद है न की हिंदू आतंकवाद।

इस मामले पर गुजरात दंगों पर खोजी पत्रिकारिता के जरिए दुनिया के सामने साजिशकर्ताओं को बेनकाब कर चुकी राणा आयूब ने सोशल मीडिया पर प्रज्ञा ठाकुर के इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, भारत में हम कैसे दक्षिणपंथी आतंकवाद को साधारण कर देते है। ये औरत मालेगांव ब्लास्ट में आरोपी है मगर इसे एक प्लेटफॉर्म दिया जा रहा है मुस्लिम आतंकवाद उपदेश देने के लिए।

गौरतलब हो कि साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जमानत पर रिहा है। पिछले साल दिसंबर महीने में मालेगाँव ब्लास्ट में साध्‍वी प्रज्ञा, लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित और उनके साथ चार और लोगों पर से मकोका (MCOCA) हटा लिया गया था।

मगर स्पेशल कोर्ट ने प्रशासन को आदेश देते हुए साध्वी प्रज्ञा और पुरोहित के साथ सभी आरोपियों पर अब आईपीसी की धारा 120 बी, 302, 307, 304, 326, 427, 153 ए) के तहत अन्य मामले लगाए गए थे।

पेट्रोल 90 और डॉलर 74 के पार मगर तलवे चाट रहे हैं टीवी और अख़बार, अब हम भगाएंगे मोदी सरकार

बता दें कि 29 सितंबर 2008 को महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए एक बम धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई थे। इस विस्फोट में 100 से अधिक लोग घायल हुए थे। यह धमाका उस वक्त हुआ था, जब एक समुदाय विशेष के लोग नमाज पढ़ रहे थे।

इसकी वजह से लोगों को जान-माल का नुकसान अधिक हुआ था। बाद में इस मामले में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, स्वामी दयानंद पांडे, मेजर रमेश उपाध्याय और कर्नल श्रीकांत पुरोहित सहित कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। इन पर हत्या, हत्या की कोशिश और आपराधिक साजिश के साथ यूएपीए भी लगाया गया था।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here