इंडिया टुडे-माई-इंडिया PSE सर्वे के मुताबिक गुजरात से 61 फीसदी प्रतिभागी नरेंद्र मोदी को फिर देश का प्रधानमंत्री देखना चाहते हैं।
वहीं, राज्य से सिर्फ 28 फीसदी प्रतिभागियों ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के तौर पर अपनी पसंद बताया है। मीडिया की मदद से उजागर करवाए जाने वाले ऐसे सर्वे के पीछे एक आम राय बनाने की कोशिश होती है।
अगर सर्वे की माने तो पीएम मोदी गुजरात की पहली पसंद है। अगर ऐसा था तो गुजरात के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सीटें क्यों बढ़ी?
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इस सर्वे पर दूसरा सवाल ये उठता है कि नोटबंदी और जीएसटी की मार झेल रहे व्यापारी वर्ग ने पीएम मोदी को ख़ारिज कर दिया और सड़कों पर निकलकर उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया मगर सर्वे में उन्हें गुजरात की पंसद बताया गया है।
इस मामले आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा भले ही देश में महँगाई, बेरोज़गारी, अशिक्षा, किसान की आत्महत्या बढ़ रही हो लेकिन “जय” रूपी चैनल को अपने वीरू में कोई कमी नज़र नही आती।
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भले ही देश में महँगाई, बेरोज़गारी, आशिक्ष, किसान की आत्महत्या बढ़ रही हो लेकिन "जय" रूपी चैनल को अपने वीरू में कोई कमी नज़र नही आती। https://t.co/pr9XyMEJi9
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 6, 2018
इन चुनावी सर्वे से एक बात तो तय की ये किसी भी पक्ष में इन्हें अंतिम फैसला नहीं मानना चाहिए। क्योंकि राजनैतिक दल अक्सर इसे खुद की लोकप्रियता में इजाफा करने के लिए करते हैं।